बगावत
एक दिन दुनिया की
कुछ भेड़ों ने बगावत कर दी
की वो अब नहीं रहेगी
किसी भीड़ का हिस्सा
बगावती भेडें
भीड़ से अलग हो गयी
और देखते ही देखते
एक नई भीड़ बन गयी
अब उस भीड़ की हर भेड़
खुद को
भीड़ से अलग मानती हैं
भेड़ों की इस दुनिया में
अब बगावत नहीं होती
-अहर्निशसागर-
भेड़े अब अपनी अपनी मर्ज़ी कि भीड़ में भागती हैं, अपने चाल छोड़ चुकी हैं
ReplyDeletejitne kamaal ka lekhan utne hi kamaal ke bhaav,,
ReplyDeletebahut badaa kataaksh aaz ke "Mai" par,,,,,
वैशिष्ट्य भेड़ को भीड़ से अलग करता है .....भेड़त्व को नहीं .....बहुत सुन्दर रचना भाई
ReplyDeleteसोच को अंजाम दे दिया- यही उनकी समझ है
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