Thursday, July 11, 2013

यथार्थ












यथार्थ के पास "यथार्थ" की कोई कल्पना नहीं होती
सारी कल्पनाएँ "कल्पनाओं" की कल्पनाएँ हैं
अगर तुम सचमुच समंदर से प्रेम करती हो
तो एक मछली बन जाओ !


-अहर्निशसागर-

3 comments:

  1. अगर तुम सचमुच समंदर से प्रेम करती हो
    तो एक मछली बन जाओ !

    bohot sunder.......

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